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20 रुपये में आप कर सकते है जिंदगीभर जैविक खेती
जैविक खेती
- आज हम आपको एक ऐसे प्रोडक्ट के बारे में बता रहे है जिसका इस्तेमाल करके आप शून्य बजट में जिंदगी भर जैविक खेती कर सकते है.
- Waste Decomposer
- वेस्ट डीकम्पोजर
- यह एक छोटी सी बोतल में आता है और भारत सरकार का एक जादुई प्रोडक्ट है .
- इसके इस्तेमाल एवं यह कहा मिलेगा इसके बारे में पूरी जानकारी.
इस्तेमाल का तरीका – 01
- तरल रूप में बनाने का तरीका-
- एक ड्रम में 200 लीटर पानी ले इसमें वेस्ट डीकम्पोजर (Waste Decomposer) की बोतल डाले.
- 2 किलो गुड घोल कर डाले.
- इसको अच्छी तरह घोल कर 2-5 दिन के लिए कपड़े से बांधकर रखदे.
- 2-5 दिन के बाद यह इस्तेमाल करने के लिए तैयार है.
कम्पोस्ट बनाने का तरीका
- एक पोलीथीन के ऊपर 1000 किलो गोबर की परत बिछाये एवं इसके ऊपर 20 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर का बना हुआ घोल छिड़के.
- इसके बाद दूसरी 1000 किलो गोबर की परत बिछाये एवं 20 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर का बना हुआ घोल छिड़के.
- इस तरह 10 परत तक बिछा सकते है एवं हर परत के ऊपर वेस्ट डीकम्पोजर का बना हुआ घोल छिड़कते जाये.
- इसको हर सातवे दिन पलटते रहे.
- एक महीने बाद ये खाद इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
- गोबर को एक महीने तक नम/गीला रखे.
उपयोग करने का तरीका
- सिंचाई करते समय 200 लीटर पानी में बनाये गए वेस्ट डीकम्पोजर के घोल को एक टंकी/बर्तन में भरकर पानी की मुख्य नाली के ऊपर रख दे.
- एवं टंकी में छेद करके इस घोल को सिंचाई के पानी के साथ बूंद बूंद करके खेत में जाने दे.
- 200 लीटर का घोल एक एकड़ के लिए है.
उपयोग करने का तरीका
- ड्रिप सिंचाई के साथ भी इस्तेमाल कर सकते है.
- खडी फसल में स्प्रे भी कर सकते है.
- स्प्रे या सिंचाई के पानी के साथ लगातार उपयोग करना है जब तक आप फसल में सिंचाई
करते है.
- लगभग 4-6 स्प्रे हर 10 दिन के अन्तराल पर करने है.
- वेस्ट डीकम्पोजर (West Decomposer) की छोटी बोतल आती है केवल 20 रुपये की.
- इसको केवल एक बार खरीदना है.
- एक बोतल का इस्तेमाल करके जो 200 लीटर पानी व दो किलो गुड़ के साथ घोल बनाया था उसमे से 20 लीटर वेस्ट डीकम्पोजर का घोल लेकर एक दूसरे ड्रम/बर्तन में 200 लीटर पानी व दो किलो गुड़ (jaggery) लेकर उसमे डाले.
- 4 दिन बाद दुसरे ड्रम में घोल पुन तैयार हो जायेगा.
- इसी तरह एक बार घोल तैयार करके उसमे से 20 लीटर घोल लेकर 200 लीटर पानी मिलाते जाये और घोल तैयार करते रहे.
मिलने का स्थान
- National Centre for Organic Farming
- राष्ट्रीय जैविक खेती केंद्र
- गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश)
- फ़ोन नंबर – 0120-2764212
- 0120-2764901
- E-mail- nbdc@nic.in
- Website- ncof.dacnet.nic.in.
- 09760368535-09990068268
- कर्नाटक,केरल ,तमिलनाडू ,पोंडिचेरी व लक्षदीप के लिए
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र
- कन्नामंगला क्रॉस, व्हाइट फील्ड –होसेकोते रोड काडूगोडी बेंगलूरू(कर्नाटक).
- 080-28450503.
- E-mail-biofkk06@nic.in,
- rcofbgl@gmail.com.
- 09999224970
- उड़ीसा के लिए
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र
- जीए-114 नीलाद्री बिहार के.वी.-4 के पास शैलाश्री विहार भुवेनश्वर (उड़ीसा).
- 0674-2721281
- E-mail-biofor04@nic.in.
- 08628838759
- हरियाणा, हिमाचल प्रदेश पंजाब व जम्मू एंड कश्मीर के लिए –
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र
- किसान भवन, सेक्टर -14 पंचकुला (हरियाणा).
- 0172-2564460.
- E-mail-biofhr05@nic.in.
- 09818284410
- आसाम,अरुणाचल प्रदेश ,मेघालय, मिजोरम,मणिपुर,नागालेंड,त्रिपुरा सिक्किम के लिए
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र
- लांगोल रोड लेम्फलपेट इम्फाल (मणिपुर).
- 0385-2413239
- E-mail-biofmm01@nic.in.
- 09402600575
बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल ले लिए
क्षेत्रीय निदेशक
क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र.
आई.सी.ए.आर.-वाल्मी काम्प्लेक्स फुलवारी शरीफ,
जामीपुर रोड पटना (बिहार)
- मध्यप्रदेश छत्तीसगड, झारखण्ड के लिए
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र.
- 67/1 केशव स्मृति, लक्ष्मीपुर, शताब्दिपुरम, मुस्कान प्लाजा के पीछे, जबलपुर (मध्यप्रदेश).
- 0761-2904320
- biofmp06@nic.in
- 09893562707
- महाराष्ट्र, गुजरात,आन्ध्रप्रदेश, गोआ, दमन एवं दीव, दादर और नगर हवेली
- क्षेत्रीय निदेशक
- क्षेत्रीय जैविक खेती केंद्र.
- अमरावती रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग-6, ग्राम-गोंडखेरी, पोस्ट-वाडी, कलमेश्वर नागपुर (महाराष्ट्र).
- 07118-297054.
- E-mail- recofnagpur@gmail.com,
- biofmh10@nic.in.
- 07011403122
- 09463391879
- इसको बनाना व इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है.
- दिए गए किसी भी सेंटर से आप फ़ोन पर बात कर इसे डी.डी.या पोस्टल आर्डर भेजकर कुरियर से मंगा सकते है.
- इसे आप कितने भी दिन तक स्टोर कर सकते है.
- पूरी तरह जैविक एवं भारत सरकार के संस्थान से बनाया है इसलिए पूर्णरूप से प्रमाणित है.
- कोई भी किसान इसे खरीद सकता है एक या दो बोतल मिल जाएँगी, जिसको किसान भाई घोल बनाकर पुरे गाँव में बाँट सकते है.